पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा भाजपा पर लगाए गए हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों पर मध्य प्रदेश में सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। मंगलवार देर रात कांग्रेस ने दावा किया था कि भाजपा ने कांग्रेस के 6, बसपा के 2 (एक निलंबित) और एक निर्दलीय विधायक को गुड़गांव के आईटीसी मराठा होटल में बंधक बनाया। इसके बाद रात में ही भोपाल से मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को दिल्ली भेजा गया। पटवारी ने भास्कर को बताया कि हम होटल पहुंचते, तब तक कुछ विधायक किसी अज्ञात स्थान पर शिफ्ट किए जा चुके थे। सिर्फ रामबाई होटल के बाहर मिलीं। रात करीब 2 बजे कुछ विधायक होटल से अपना सामान लेकर बाहर निकलते देखे गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 4 विधायकों को बेंगलुरु भेजा गया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से चर्चा के लिए दिल्ली जा सकते हैं।
जयवर्धन ने कहा कि हमने कांग्रेस के सभी 6 विधायकों से बात की है। वे लौटने को तैयार हैं। भाजपा रामबाई को गुमराह करके लाई थी। बसपा के 2 विधायकों से भी हमारी मुलाकात हो गई है। वे हमारे साथ हैं। पटवारी ने आरोप लगाया कि विधायकों को खरीदने के लिए 30-35 करोड़ रुपए का लालच दिया गया। हम जब होटल में गए तो नरोत्तम मिश्रा एक विधायक को तो जबरन उठाकर ले गए। इस पूरे घटनाक्रम के मास्टरमाइंड शिवराज सिंह हैं।
हॉर्स ट्रेडिंग पर 12 घंटे में दिग्विजय के 3 बयान
- दिग्विजय ने मंगलवार रात भास्कर से कहा, ''भाजपा ने विधायकों को होटल में बंधक बना रखा है। मुझे विधायकों से मिलने अंदर नहीं जाने दिया। हालांकि मेरी सभी विधायकों से बात हो गई है, सुबह सभी साथ आ जाएंगे।''
- इसके बाद उन्होंने कहा, ''भाजपा नेता रामपाल सिंह, नरोत्तम मिश्रा, अरविंद भदौरिया, संजय पाठक विधायकों को पैसे बांटने के लिए जा रहे थे। मुझे लगता है कि होटल में 10-11 विधायक होंगे। सिर्फ 4 उनके (भाजपा) साथ हैं।''
- बुधवार सुबह दिग्विजय ने कहा- ''मैं बिना प्रमाण कोई बात नहीं करता। सरकार पर संकट खत्म हो गया है। कोई खतरा नहीं है। हम सभी एकजुट हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।''
मंगलवार रात का पूरा सियासी घटनाक्रम
दिग्विजय ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर आरोप लगाया था कि भाजपा नेता भूपेंद्र सिंह विधायक रामबाई (बसपा से निलंबित) को अपने साथ चार्टर्ड प्लेन से लेकर दिल्ली पहुंचे थे। इसके बाद शाम को भाजपा उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के दिल्ली पहुंचने से सियासी पारा और चढ़ गया। नरोत्तम यहां पहले से ही थे। गुड़गांव के एक होटल में करीब 9 विधायकों को भाजपा ने रुकवाया था। भनक लगते ही मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह दिल्ली रवाना हुए। जब तक दोनों होटल पहुंचे, सभी विधायक कहीं और भेज दिए गए। सिर्फ रामबाई होटल के बाहर मिलीं। दिग्विजय भी रात को होटल गए, लेकिन उन्हें वहां कोई नहीं मिला। मुख्यमंत्री कमलनाथ भी देर रात तक दिल्ली में मौजूद विधायकों से संपर्क साधने की कोशिश करते रहे। हॉर्स ट्रेडिंग पर ग्वालियर में कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- मुझे कोई जानकारी नहीं है। न ही मेरे सामने कोई तथ्य आए हैं।
सरकार स्थिर, फ्री का पैसा मिल रहा है तो ले लो'
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा- '' हॉर्स ट्रेडिंग के बात सच है, लेकिन कांग्रेस सरकार स्थिर है। भाजपा डरी हुई है क्योंकि आने वाले समय में उसके 15 साल के घाेटालों का खुलासा होना है। मुझे तो कांग्रेस विधायक खुद बता रहे हैं कि उन्हें कितने पैसों का ऑफर दिया जा रहा है। अगर फ्री का पैसा मिल रहा है तो ले लो।''
भाजपा ने कहा- घटनाक्रम से हमारा कोई लेना-देना नहीं
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, ''कांग्रेस की सरकार अंतर्विरोध-अंतर्कलह से ग्रसित है। भाजपा का इस तरह के घटनाक्रम से कोई लेना-देना नहीं है, न ही हमारे इस तरह के कोई प्रयास हैं। कांग्रेस को अपने घर की चिंता करनी चाहिए। कांग्रेस के नेताओं से पूछिए कि उनके यहां ऐसा क्यों हो रहा है।'' वहीं, विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव बोले- कांग्रेस के तीन अंग हैं, उनमें एक अंग (सिंधिया) कह रहा है मुझे कोई जानकारी नहीं है। यह कांग्रेस का अंतर्विरोध है।
बैजनाथ बोले- मुझे मिला ऑफर; त्रिपाठी-कोल बैठक से नदारद
होटल में मौजूद विधायकों को भास्कर ने जब रात को फोन लगाया तो सभी के फोन स्विच ऑफ मिले। सूत्रों ने बताया कि होटल में सपा विधायक राजेश शुक्ला, गोहद विधायक रणवीर जाटव, गिर्राज दंडौतिया, संजीव कुशवाहा भी हैं। हालांकि, दिग्विजय ने इनके नामों की पुष्टि नहीं की। सबलगढ़ से विधायक बैजनाथ कुशवाहा ने कहा- मुझे भाजपा ने ऑफर दिया है। इसकी रिकॉर्डिंग है। उन्होंने मंत्री गोविंद सिंह से भी मुलाकात की। दमोह विधायक राहुल सिंह ने कहा- मुझे भी ऑफर मिला। वहीं, क्रॉस वोटिंग कर चौंका चुके भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी व शरद कोल ने फिर पार्टी को संशय में डाला है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने रीवा, शहडोल संभाग के विधायकों की बैठक बुलाई थी, इसमें से दोनों विधायक नदारद रहे।